मंगलवार, 25 अप्रैल 2023

वास्तुशास्त्री को ज्ञान की प्राप्ति/FAQ.....फेंगशुई क्या हैं ?

वास्तुशास्त्री को ज्ञान की प्राप्ति /

FAQ.....फेंगशुई क्या हैं ?

वास्तुशास्त्री को ज्ञान की प्राप्ति

     एक व्यक्ति जिसका नाम मलय था उसने अपने जीवन में बहुत अधिक उन्नति की और जयपुर  में ज़मीन ख़रीद कर उसपर  आलीशान घर बनाकर सपरिवार रहने लगा,उस भूमि पर पहले से ही एक खूबसूरत स्विमिंग पूल बना हुआ था और पीछे  की ओर एक 100 साल पुराना आम का पेड़ भी लगा हुआ था।

      उसने वह भूमि उस आम के पेड़ के कारण ही ख़रीदी थी, क्यूँकि उनकी पत्नी को आम बहुत पसंद थे।

      जब कुछ समय बाद जब नए घर की सजावट होने लगी तो उसके कुछ पारिवारिक मित्रों ने उसे सलाह दी कि किसी वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ की सलाह ले लेनी चाहिए।

      हालांकि मलय को ऐसी बातों पर विश्वास नहीं था, फिर भी अपनो का मन रखने के लिए उसने उनकी बात मान ली और हांगकांग से पिछले 30 साल से वास्तु शास्त्र के बेहद प्रसिद्ध वास्तुशास्त्री मास्टर मखाओ  को बुलवाया।

     उन्हें एयरपोर्ट से लिया,दोनों ने शहर में प्रसिद्ध दाल बाटी चूरमा खाया और उसके बाद वो उन्हें अपनी कार में लेकर अपने घर की ओर चल दिए।

      मलय रास्ते में जब मस्ती से आगे बढ रहा था। और बहुत सी  कारे  उन्हें ओवर टेक करने की कोशिश करती, वो उसे रास्ता दे देते।

      मास्टर मखाओ ने हंसते हुए कहा-  आप बहुत सुरक्षित ड्राइविंग करते हैं मिस्टर मलय । मलय ने भी हंसते हुए प्रत्युत्तर में कहा - लोग अक्सर ओवर टेक तभी करते हैं जब उन्हें कुछ आवश्यक कार्य में देरी हो रही हो। इसलिए हमें उन्हें रास्ता देना ही चाहिए यही उपयुक्त हैं।

    जैसे ही वो लोग घर के पास पहुँचते-पहुँचते सड़क थोड़ी संकरी हो गयी थी और उन्होंने कार थोड़ी और धीरे कर ली। तभी अचानक एक हंसता हुआ बच्चा गली से निकला और तेज़ी से भागते हुए उनकी कार के सामने से सड़क पार कर गया। मलय अपनी कार को  उसी गति से चलाते हुए उस गली की ओर देखते रहे, जैसे किसी का इंतज़ार कर रहे हों.  

      तभी अचानक उसी गली से एक और बच्चा भागते हुए उनकी कार के सामने से निकला, जो शायद पहले बच्चे का पीछा करते हुए आया था। मास्टर मखाओ ने हैरान होते हुए पूछा - आपको कैसे पता था कि कोई दूसरा बच्चा भी भागते हुए निकलेगा ?

   उन्होंने बड़े सहज भाव से कहा, बच्चे अक्सर एक-दूसरे के पीछे भाग रहे होते हैं और इस बात पर विश्वास करना संभव ही नहीं कि कोई बच्चा बिना किसी साथी के ऐसी भाग दौड़ कर रहा हो।

     मास्टर मखाओ इस बात पर बहुत ज़ोर से हंसे और बोले कि आप निस्संदेह बहुत सुलझे हुए व्यक्ति हैं।

     घर के बाहर पहुँच कर दोनों कार से उतरे,तभी अचानक घर के पीछे की ओर से 7-8 पक्षी बहुत तेज़ी से उड़ते नज़र आए,यह देख कर उन्होंने मास्टर मखाओ से कहा कि यदि आपको बुरा न लगे तो क्या हम कुछ देर यहाँ रुक सकते हैं ?

     मास्टर मखाओ ने  कहा हां जरूर पर क्या में कारण जान सकता हूं, तो उन्होंने कहा कि शायद कुछ बच्चे पेड़ से आम चुरा रहे होंगे और हमारे अचानक पहुँचने से डर के मारे बच्चों में भगदड़ न मच जाए, इससे पेड़ से गिर कर किसी बच्चे को चोट भी लग सकती है।

      मास्टर मखाओ कुछ देर चुप रहे, फिर संयत आवाज़ में बोले मित्र, इस घर को किसी वास्तु शास्त्र के जाँच और उपायों की आवश्यकता नहीं है।

मलय ने बड़ी हैरानी से पूछा कि ऐसा क्यूँ ?

    मास्टर मखाओ बोले- जहां आप जैसे विवेकशील  व आसपास के लोगों की भलाई सोचने वाले व्यक्ति विद्यमान होंगे - वह घर संपत्ति वास्तु शास्त्र नियमों के अनुसार बहुत पवित्र-सुखदायी-फलदायी होगी।

    इस प्रकार से एक वास्तुशास्त्र के ज्ञानी व्यक्ति को अपने विषय का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त हुआ। और उसने मलय के साथ कुछ दिन गुजरे और जीवन के इन पलो की अहमियत को अपनी वास्तुशास्त्र के प्रथम पृष्ठ में शामिल किया।

शिक्षा -

    जब हमारा मन व मस्तिष्क दूसरों की ख़ुशी व शांति को प्राथमिकता देने लगे, तो इससे दूसरों को ही नहीं, स्वयं हमें भी मानसिक शांति प्रसन्नता की अनुभूति होगी। अन्यथा शांति की तलाश में दर दर भटकते रहो यह किसी वस्तु,मौके धन दौलत से दूर आपके मन मस्तिष्क से ही संभव हैं।

FAQ.....फेंगशुई क्या हैं ?

ANS..... फेंगशुई एक प्राचीन चीनी परंपरा है जिसके अनुसार मान्यता हैं कि इससे हमारे आसपास सकारात्मक ऊर्जा  स्थापित करने में मदद करती है। इसे प्राचीन काल से ही समृद्धि, सौभाग्य,विपुलता और खुशी को आकर्षित करने या बनाये रखने के लिए विशेष वस्तुओं का उपयोग करने को प्रोत्साहित करता है। इसके दूसरे पहलु पे गौर फ़रमाये तो ये चीन और हॉन्कॉन्ग जैसे देशो द्वारा अपने बने हुए उत्पादों का अछि तरह से मार्केटिंग करने का तरीका हैं फेंगशुई। इसमें में विभिन्न रंगों का उपयोग, फर्नीचर की व्यवस्था और भवन संरचनाओं का भी महत्व है। यह सही हैं  की इसने प्राचीन चीनी संस्कृति को आज भी लोग इसका पालन करते हैं।  जैसे जैसे आजकल गृह निर्माण और रहनसहन में साजो सामान का समावेश और दिलचस्पी बढ़ी हैं वैसे ही फेंगशुई /वास्तुशास्त्र का प्रसार हुआ है   बात यह है कि समय के साथ, प्राचीन चीनी प्रथा ने दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। फेंगशुई की वस्तुओं की वैश्विक स्तर पर मांग है। विश्व के विभिन्न भागों में रहने वाले लोग इस प्राचीन कला का अनुसरण करने लगे हैं। फेंगशुई की प्रथाओं को अपनाने के बाद कई लोगों ने अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव देखा है।

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