माँ बाप है धार्मिकता का आधार
यह परिस्थति ना आने दे जो माँ बाप अपने मुँह का निवाला रोक के बच्चे के मुँह में खिला देते हैं उनकी दवाई की पर्ची गुम होना आपके आने वाले मुश्किल समय को इंगित करता हैं।
घर पत्थर, ईंट ,मिट्टी लोहे या सीमेंट से बना हुआ होता हैं। जो हमारी शारीरिक रक्षा करता हैं। लेकिन माँ बाप की छांया से ही घर में सुकून भरी ठंडक रहती है। किसी को ज्ञान नहीं हो तो जिनके मान बाप इस दुनिया में नहीं रहे उनसे जाने इसलिए समय रहते जीवन की इस ठंडक को महसूस करलो।
माँ बाप को डराना और गुस्सा करना आपकी कमजोर मानसिकता का प्रतीक है।
माँ के कंधे झुकते नहीं उनमे मातृत्व की वो शक्ति होती हैं जिसको आज्ञाकारी पुत्र और पुत्री ही महसूस कर सकते है।
मानव रूप में आपको धरती पर अवतरित करना। अंगुली पकड़ कर चलना, बोलन, खाना, लड़ना सिखाने से बढ़कर कुछ नहीं करना होता। बाकि अपने मन मष्तिक्ष से जो करोगे वैसा ही भरोगे। इससे अधिक माँ बाप से आशा रखना आपकी मूर्खता की पहली और आखरी निशानी हैं।
समय बढ़ा बलवान होता हैं। गरीब अमीर माँ खुद भूखी रही होगी लेकिन बच्चे को भूखा नहीं रखा। लेकिन माँ के अलावा पूरे ज़माने को आपसे उनकी रोटी से सरोकार हैं आपके भुखेपन से नहीं।
याद रखना आपकी एक ख्वाइश को पूरा करने के लिए माँ बाप कितनी मेहनत करते हैं। इसलिए नहीं की आने वाले कल में वो आवश्यकता के लिए दर्शक बने रहे।
ऐसे बच्चे इस दुनिया में सबसे गरीब श्रेणी में आते होंगे जिनको घर में माँ बाप का रहने का स्थान का निर्धारण करने के लिए सोचना पड़े।
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